Posts

देवनागरी लिपि बौद्ध लिपि है: झारखंड में बौद्ध मूर्तियों से मिले संकेत

Image
          Sign in Home Editorial Interview Opinion Magazine Archive Subscription Plan Contact SUPPORT US SIGN IN Welcome!Log into your account your username your password Forgot your password? PASSWORD RECOVERY Recover your password your email Home     देश देश प्रमुख खबर देवनागरी लिपि बौद्ध लिपि है: झारखंड में बौद्ध मूर्तियों से मिले संकेत By   अशोक दास  - February 27, 2021 0 1491 भारत की महान बौद्ध विरासत बार-बार सामने आती रहती है। बौद्ध धर्म भारत का पहला वैश्विक धर्म रहा है जिसने भारत में सभ्यता और ज्ञान-विज्ञान का विकास किया था। इस बात के सबूत पत्थरों की मूर्तियों, शिलालेखों और अन्य प्राचीन साहित्यिक रिकार्ड्स में देखने को मिलते हैं। भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के कई सदियों बाद ब्राह्मण धर्म का भारत में व्यापक प्रसार हुआ। ब्राह्मण धर्म द्वारा भारत के उपनिवेशीकरण के बाद भारत में श्रमण बौद्ध एवं श्रमण जैन धर्म का पतन हुआ। इसके बाद भारत के श्रमण धर्मों की भाषा और साहित्य को ब्राह्मणों द्वारा बदल दिया गया। लेकिन चूंकि श्रमणों की पत्थर की मूर्...

देवनागरी लिपि : नामकरण और विकास

Image
Skip to content Menu Search मुखपृष्ठ प्रकाशित पुस्तकें कहानियाँ कविताएँ अन्य विधाएँ परीक्षोपयोगी बाल जगत अकाउंट लेखक सूची Close Menu NOVEMBER 16 2017 देवनागरी लिपि : नामकरण और विकास राजीव सिन्हा भाषा और लिपि 4 देवनागरी लिपि: उद्गम देवनागरी लिपि का उद्गम प्राचीन भारतीय लिपि ब्राह्मी से माना जाता है. 7वीं शताब्दी से नागरी के प्रयोग के प्रमाण मिलने लगते हैं. नवीं और दसवीं शताब्दी से नागरी का स्वरूप होता दिखता है। देवनागरी लिपि: नामकरण ‘नागरी’ शब्द की उत्पत्ति के विषय में विद्वानों में काफी मतभेद है। कुछ लोगों के अनुसार यह नाम  ‘नगरों में व्यवहत’ होने के कारण दिया गया. इससे अलग कुछ लोगों का मानना है कि गुजरात के नागर ब्रह्मणों के कारण यह नाम पड़ा। गुजरात में सबसे पुराना प्रामाणिक लेख, जिसमें नागरी अक्षर भी हैं, जयभट तृतीय का कलचुरि (चेदि) संवत् 456 (ई० स० 706) का ताम्रपत्र है। गुजरात में जितने दानपत्र नागरी लिपि में मिले हैं वे बहुधा कान्यकुब्ज, पाटलि, पुंड्रवर्धन आदि से लिए हुए ब्राह्मणों को ही प्रदत्त हैं। राष्ट्रकूट (राठौड़) राजाओं के प्रभाव से गुजरात में उत्तर भारतीय लिपि विशेष रूप...

मोडी लिपी सामान्य माहिती

Image
Modi Lipi / मोडी लिपी शिका मोडी लिपी , MODI LIPI,MODI SCRIPT, मोडी स्वर आणि व्यंजन, मराठी ची धावती लिपी, ऐतिहासिक लिपी,पिशाच्च लिपी, मोडी मूळाक्षर, Modi ALphabets, मोडी लिपी विषयी अधिक माहिती, जलद लिपी, लपेटीतील अक्षरे, मौर्यांची लिपी,modi lipi documents,marathi to modi lipi,modi lipi,modi lipi classes,Devanagari,modi lipi ka prayog,balbodh script,marathi script writing,peshwa daftar   About Me   Home   ▼ Wednesday, January 16, 2019 मोडी लिपी सामान्य माहिती मोडी लिपी सामान्य माहिती जगभरातून एकूण दहा हजारांहून अधिक भाषा बोलल्या जातात. तर भारतात १६५२ भाषा वापरात आहेत . पैकी २२ भाषा मान्यताप्राप्त आहेत . कालौघात प्राचीन गोष्टी हळू हळू लोप पावत जाणे हे नैसर्गिक असले तरी, एखादी  भाषा लोप पावणे  म्हणजे त्या भाषेशी निगडीत सर्व सांस्कृतिक आणि सामाजिक दस्तऐवज कायमचे काळाच्या पडद्याआड जाणे होय आणि  जिथे भाषाच नष्ट होण्याच्या मार्गावर आहेत तिथे लिप्यांचे काय ? अशीच एक लिपी  म्हणजे   मोडी लिपी.  आपल्या मराठी भाषेची ,  द...